भारत में रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहा है और इसी कड़ी में हाल ही में एक ग्रीन एनर्जी कंपनी को Gujarat Urja Vikas Nigam से एक बेहद बड़ा EPC ऑर्डर मिलने की खबर ने बाजार का ध्यान अपनी ओर खींचा है। यह कंपनी मुख्य रूप से सोलर और एनर्जी स्टोरेज से जुड़े प्रोजेक्ट्स के लिए EPC यानी इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन सेवाएं प्रदान करती है। कंपनी ने सितंबर 2025 में करीब ₹490 करोड़ का IPO लॉन्च किया था, जिसमें बड़ा हिस्सा फ्रेश इश्यू का था और बाकी हिस्सा ऑफर फॉर सेल के रूप में था। IPO के दौरान शेयर का प्राइस बैंड ₹333 से ₹351 के बीच रखा गया था और इसकी लिस्टिंग लगभग ₹389 के आसपास हुई थी, जिससे निवेशकों को लिस्टिंग के दिन ही अच्छा प्रीमियम मिला था। इस मजबूत डेब्यू के बाद कंपनी लगातार खबरों में बनी हुई है, खासतौर पर Gujarat Urja Vikas Nigam से मिले नए प्रोजेक्ट के कारण।
मिल गया बड़ा ऑर्डर
हाल ही में सामने आई जानकारी के अनुसार, कंपनी को Gujarat Urja Vikas Nigam Limited (GUVNL) से 200 MW / 400 MWh बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम यानी BESS प्रोजेक्ट का बड़ा ऑर्डर मिला है। इस ऑर्डर की कुल EPC वैल्यू करीब ₹806.4 करोड़ बताई जा रही है, जो टैक्स से अलग है और इसे करीब 12 साल की अवधि में पूरा किया जाना है। यह प्रोजेक्ट टैरिफ-बेस्ड कॉम्पिटिटिव बिडिंग के जरिए अलॉट किया गया है, जो बताता है कि कंपनी की टेक्निकल और फाइनेंशियल ताकत को Gujarat Urja Vikas Nigam ने भरोसे के लायक माना है। इस डील के बाद कंपनी की ऑर्डर बुक और प्रोजेक्ट पाइपलाइन दोनों को बड़ा बूस्ट मिला है और मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले समय में ऐसे और बड़े ऑर्डर मिलने की संभावना भी बढ़ गई है, खासकर अगर Gujarat Urja Vikas Nigam की तरफ से भविष्य में और स्टोरेज या ग्रीन एनर्जी टेंडर जारी किए जाते हैं।
क्या है शेयर के हाल
Gujarat Urja Vikas Nigam से इतने बड़े ऑर्डर की खबर सामने आने के बाद शेयर बाजार में भी इस स्टॉक में पॉजिटिव रिएक्शन देखने को मिला। खबर के दिन शेयर में लगभग 3% तक की तेजी दर्ज की गई और हाल के ट्रेडिंग सेशन्स में यह शेयर करीब ₹280 से ₹295 की रेंज में ट्रेड करता हुआ देखा गया। इसका 52-वीक हाई लगभग ₹388.5 के आसपास और लो करीब ₹272.35 रहा है, जिससे यह साफ दिखाई देता है कि शेयर ने अपनी लिस्टिंग के बाद से अब तक अच्छा उतार-चढ़ाव देखा है। वर्तमान स्तरों पर कंपनी का मार्केट कैप करीब ₹2,500 से ₹2,550 करोड़ के बीच बताया जा रहा है, जबकि इसका P/E रेशियो लगभग 33 से 39 के बीच रहने की बात कही जा रही है। इन आंकड़ों से यह समझा जा सकता है कि मार्केट इस कंपनी को एक ग्रोथ-ओरिएंटेड ग्रीन एनर्जी प्ले के रूप में देख रहा है और Gujarat Urja Vikas Nigam से जुड़ी हर नई खबर निवेशकों की दिलचस्पी को और बढ़ा रही है।
अगर कंपनी के बिजनेस मॉडल और फाइनेंशियल स्ट्रेंथ की बात करें तो यह कंपनी अब तक पूरे भारत में 1 GW से ज्यादा सोलर प्रोजेक्ट्स पर काम कर चुकी है, जिसमें ग्राउंड-माउंटेड और रूफटॉप दोनों तरह के सोल्यूशंस शामिल हैं। इसका एसेट-लाइट EPC मॉडल इसे कम कैपिटल में ज्यादा रिटर्न जनरेट करने में मदद करता है, और हाल के वर्षों में इसका ROE और ROCE लगभग 30 से 40 प्रतिशत के बीच रहा है, जिसे इंडस्ट्री में काफी मजबूत माना जाता है। इतना ही नहीं, कंपनी ने ZNSHINE PV-Tech के साथ मिलकर सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग जॉइंट फैसिलिटी भी शुरू की है, जिससे इसकी मैन्युफैक्चरिंग क्षमता में इज़ाफा हुआ है और भविष्य में Gujarat Urja Vikas Nigam जैसे बड़े सरकारी संस्थानों से आने वाले बड़े सोलर और स्टोरेज टेंडर को हैंडल करने की ताकत भी बढ़ गई है।
Gujarat Urja Vikas Nigam का यह बड़ा ऑर्डर केवल कंपनी के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे ग्रीन एनर्जी सेक्टर के लिए एक पॉजिटिव सिग्नल माना जा रहा है। भारत सरकार और राज्य सरकारें अब तेजी से बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम को अपनाने की दिशा में काम कर रही हैं ताकि रिन्यूएबल एनर्जी को ज्यादा प्रभावी तरीके से ग्रिड में इंटीग्रेट किया जा सके। ऐसे में Gujarat Urja Vikas Nigam जैसे संस्थान जब किसी प्राइवेट EPC कंपनी को इतने बड़े प्रोजेक्ट का जिम्मा देते हैं, तो इससे उस कंपनी की साख मजबूत होती है और भविष्य के लिए ग्रोथ के नए रास्ते खुलते हैं। मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि अगर कंपनी समय पर इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में सफल रहती है, तो इसके शेयर में लंबी अवधि में अच्छी ग्रोथ देखने को मिल सकती है।
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कुल मिलाकर, Gujarat Urja Vikas Nigam से मिला यह ₹806 करोड़ का ऑर्डर इस ग्रीन एनर्जी कंपनी के लिए एक बड़ा माइलस्टोन साबित हो सकता है। मजबूत ऑर्डर बुक, बढ़ती हुई प्रोजेक्ट पाइपलाइन, बेहतर रिटर्न रेशियो और बैटरी स्टोरेज जैसे फ्यूचर-रेडी सेगमेंट में एंट्री के कारण यह कंपनी आने वाले वर्षों में निवेशकों के लिए एक दिलचस्प विकल्प बन सकती है। हालांकि, शेयर बाजार में निवेश हमेशा जोखिम के साथ आता है और किसी भी फैसले से पहले निवेशकों को अपनी रिसर्च जरूर करनी चाहिए, लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि Gujarat Urja Vikas Nigam के इस बड़े कदम ने इस स्टॉक को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है।