दुनिया जिस तेजी से जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा सुरक्षा और ग्लोबल आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रही है, उसी गति से रिन्यूएबल एनर्जी की मांग भी बढ़ रही है। 2024 में दुनिया भर में रिकॉर्ड 585 गीगावाट नई ग्रीन एनर्जी क्षमता जुड़ी, जिसका 96 फीसदी से ज्यादा हिस्सा सोलर और विंड से आया। भारत भी इस बदलाव की रेस में सबसे आगे है और सरकार का लक्ष्य 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता हासिल करने का है। देश की एनर्जी मिक्स में पहले से ही 50% योगदान क्लीन एनर्जी का है, जो आने वाले समय में इसे दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीन एनर्जी बाजार बना सकता है। इसी उभरते दौर में कुछ चुनिंदा कंपनियां तेजी से अपना दबदबा बढ़ा रही हैं, जो स्मार्ट निवेशकों के लिए भविष्य में मजबूत रिटर्न का मौका तैयार कर रही हैं।
इन्हीं में से तीन कंपनियां – वारी एनर्जीज, प्रीमियर एनर्जीज और एक्मे सोलर – वह नाम हैं जिनकी क्षमता, प्रोजेक्ट पोर्टफोलियो और ग्रोथ स्टोरी उन्हें 3 green energy share कैटेगरी की सबसे आकर्षक और संभावित कंपनियां बनाती हैं।
Waaree Energies: भारत की सबसे बड़ी सोलर मॉड्यूल निर्माता का उभरता दबदबा
भारत में सोलर मॉड्यूल निर्माण की बात आते ही सबसे पहला नाम वारी एनर्जीज का आता है। यह कंपनी घरेलू बाजार में 14% से ज्यादा मार्केट शेयर रखती है और लगातार अपनी क्षमता का विस्तार कर रही है। सितंबर 2025 तक कंपनी के पास 5.4 गीगावाट सोलर सेल और 18.7 गीगावाट सोलर मॉड्यूल बनाने की क्षमता मौजूद है, जो इसे देश की सबसे बड़ी सोलर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी बनाती है।
वारी एनर्जीज की खासियत केवल बड़ी क्षमता तक सीमित नहीं है, बल्कि इसकी ग्लोबल पहुंच इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी तेजी से पहचान दिला रही है। कंपनी गुजरात, उत्तर प्रदेश और टेक्सास (USA) में अपनी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी चला रही है और 25 से अधिक देशों में सक्रिय है। भारत के 700 जिलों में मौजूदगी और 2800 से ज्यादा रिटेल टचपॉइंट इसे घरेलू स्तर पर सबसे बड़े ब्रांड के रूप में स्थापित करते हैं।
सरकार की सोलर और बैटरी स्टोरेज को लेकर आक्रामक नीतियां, PLI स्कीम और 24×7 बिजली के उद्देश्य इस कंपनी की मांग को आने वाले वर्षों में और बढ़ा सकते हैं। तेजी से बढ़ते मॉड्यूल एक्सपोर्ट और घटता इंपोर्ट निर्भरता इसे निवेशकों के बीच एक बेहद मजबूत 3 green energy share विकल्प बनाते हैं।
Premier Energies: US मार्केट में लगभग 100% शेयर और भारत का सबसे उभरता सोलर सेल निर्माता
प्रीमियर एनर्जीज उन शुरुआती भारतीय कंपनियों में शामिल है जिन्होंने सोलर सेल मैन्युफैक्चरिंग की शुरुआत की। आज स्थिति यह है कि भारत से जितने भी सोलर सेल अमेरिका को एक्सपोर्ट किए जाते हैं, उनमें लगभग पूरा हिस्सा प्रीमियर एनर्जीज का होता है। यह कंपनी न केवल घरेलू डिमांड बल्कि ग्लोबल सोलर सप्लाई चेन में तेजी से अपनी पकड़ बना रही है।
कंपनी के पास 3.2 गीगावाट सोलर सेल और 5.1 गीगावाट सोलर मॉड्यूल की क्षमता है, जो इसके प्रोडक्शन स्केल को लगातार मजबूत बनाती है। दुनिया भर में जैसे-जैसे चीन के विकल्प की तलाश बढ़ रही है, भारत और खासकर प्रीमियर एनर्जीज जैसे निर्माताओं की मांग तेजी से बढ़ रही है।
कंपनी का फोकस हाई-क्वालिटी सेल टेक्नोलॉजी, निरंतर क्षमता विस्तार और इंटरनेशनल क्लाइंट बेस बढ़ाने पर है। अमेरिकी बाजार में इसका लगभग मोनोपॉली जैसा दबदबा इसे दीर्घकालिक रूप से बेहद मजबूत बनाता है। आने वाले वर्षों में घरेलू सोलर मिशन, ग्रीन हाइड्रोजन प्रोजेक्ट और रूफटॉप सोलर कैंपेन कंपनी के व्यवसाय को एक नई उंचाई देने वाले हैं। इसी वजह से इसे 3 green energy share लिस्ट में एक विश्वसनीय विकल्प माना जा रहा है।
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एक्मे सोलर भारत की सबसे बड़ी और सबसे तेजी से बढ़ती स्वतंत्र रिन्यूएबल एनर्जी कंपनियों में से एक है। इसका पोर्टफोलियो 7.4 गीगावाट का है, जिसमें सोलर, विंड, हाइब्रिड और बैटरी स्टोरेज प्रोजेक्ट शामिल हैं। खास बात यह है कि कंपनी के पास 550 मेगावाट घंटा की बैटरी एनर्जी स्टोरेज क्षमता भी है, जो भारत में तेजी से बढ़ती तकनीक है और भविष्य की जरूरत साबित होगी।
एक्मे सोलर के 2.9 गीगावाट प्रोजेक्ट पहले से ही ऑपरेशनल हैं, जबकि 5.2 गीगावाट के लिए लंबे समय के बिजली खरीद समझौते (PPA) साइन किए जा चुके हैं। इसके अलावा 2.2 गीगावाट के लिए LOA जारी हो चुके हैं। कंपनी को अपने 85% से ज्यादा कॉन्ट्रेक्ट सरकारी संस्थाओं से मिलते हैं, जो स्थिर और सुरक्षित कैश फ्लो का भरोसा देते हैं।
एक्मे की सबसे बड़ी ताकत उसकी लो-टैरिफ बिडिंग, एडवांस प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और हाई-रेडिएशन वाले राज्यों में प्रोजेक्ट लोकेशन है, जिससे उत्पादन लागत काफी कम रहती है। भारत के तेजी से बढ़ते RE पोर्टफोलियो और हाइब्रिड प्रोजेक्ट की मांग इसे 3 green energy share की सूची में विशेष स्थान दिलाती है।
निष्कर्ष
भारत आने वाले दस वर्षों में दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी हब बनने की तैयारी कर चुका है। सरकारी नीतियां, बढ़ता इंफ्रास्ट्रक्चर, सोलर–पवन इंस्टॉलेशन और ग्रीन हाइड्रोजन मिशन इस सेक्टर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने वाले हैं। वारी एनर्जीज, प्रीमियर एनर्जीज और एक्मे सोलर वे तीन बड़ी कंपनियां हैं जो इस तेजी से बदलते और बढ़ते बाजार में सबसे मजबूत रूप से उभर कर सामने आई हैं।
अगर कोई निवेशक लंबी अवधि के लिए ग्रीन एनर्जी सेक्टर में निवेश करने के अवसर तलाश रहा है, तो ये 3 green energy share भविष्य में बड़े रिटर्न देने वाली संभावित कंपनियों में शामिल हैं।